Saturday, February 06, 2016

Being Rabbit

     आप सोच रहे होंगे की post का title being rabbit क्यों है। ज्यादा सोच में डुबो उससे पहले ही हम एक कहानी से शुरुआत करते है।

     बात शुरू होती हे एक खरगोश से, एक बहुत ही बड़ा जंगल था। जहा पर बहुत सरे जानवर रहते थे। हम बच्चे थे तभी हमने ऐसी कई कहानिया सुनी होगी जो ऐसे ही शुरू होती थी। पर ये कहानी थोड़ी सी मॉडर्न है।  वो rabbit कोई इस वैसा नै था, उसे लैपटॉप, मोबाइल, इंटरनेट, पढना, सब कुछ आता था। एक बार वो अपने घर के बहार एक chair और table रखता हे, साथ में laptop भी था। वो नन्हा सा, छोटा सा खरगोश लैपटॉप में कुछ टाइप कर रहा था keyboard पर से। तभी एक लोमड़ी वहा से गुजरती हे,  लोमड़ी खरगोश से : अरे वाह, बच्चे क्या बात है, सुबह सुबह क्या कर रहे हो, laptop पे। तुम तो बहुत ही होशियार हो गए हो, लगता है। क्या typing speed है तुम्हारी। लेकिन क्या, कर क्या रहे हो। खरगोश : I'm writing a programme. लोमड़ी : ओहोहो ... English भी आती है, वाह लय बात है। लेकिन किस बात का programme है, वो तो बताओ ...

     खरगोश : तुम्हे मारने का, की लोमड़ी को कैसे मौत के घाट सुलाना है, उसका programme बन रहा है।
लोमड़ी तो बहुत ही गुस्सा हो जाती है। की ये छोटा सा खरगोश मेरा शिकार करेंगा। समझ क्या रखा है मुझे, मेरे हाथ के पंजे जितना छोटा है तू और मेरा शिकार करेंगा। वो खरगोश को बहुत लड़ता है, बाद में खरगोश ने कहा अगर दम हे तो मेरे घर में आकर मुझे मर कर दिखाओ। लोमड़ी तो बहुत ही गुस्से में थी, वो तुरंत ही खरगोश के पीछे उसके घर तक भागति है, लेकिन थोड़ी देर के बाद वो छोटा सा, नन्हा सा, मासूम दिखने वाला खरगोश, rabbit उस लोमड़ी का पैर लेके बहार आता है। ठीक इसी तरह से खरगोश wolf और bear के साथ करता है। सोचो तो सही एक ६ से ७ फुट का जानवर रींछ को भी एक आधे फुट के छोटे से खरगोश ने मौत के घाट सुला दिया। लेकिन ये तो कोई चमत्कार ही हो सकता है वर्ना इतने बड़े और खूंखार जानवरो को इतनी सरलता से मारना अशम्भव बात है। सबको कुछ थोडासा सा मन में पता चल ही गया होगा की ये अकेले खरगोश के बश की बात नै हे, कोई तो हे जो उसकी मदद करता होगा। जी हा उस छोटे से rabbit की खूंखार, ताकतवर, जंगल के राजा शेर से partnership थी। उन दोनों ने मिलकर शेर के लिए आसानी से खाना मिल जाये इस लिए ये सब मास्टर plan सेट किया था।

इस छोटी सी कहानी से हमे क्या शिखना है ?
      हमें यही शिखना हे की हमें इस मनुष्य अवतार में किस भगवन की प्राप्ति हुयी हे, हम तो सिर्फ छोटे से खरगोश जेसे ही तो है। हमें तो भगवान के साथ भक्ति की, प्रेम की, स्नेह की partnership करनी है। अगर हमने हमारे जीवन में अगर भगवान और अध्यात्मिक मार्ग में कहे अनुशार रहे तो, क्या किसी लोमड़ी, वरु, रींछ की ताकत हे, की हमें परेशान कर सके।
     हमारे जीवन में तो लोमड़ी, वरु, रींछ और कोई नै हमारी काम, क्रोध, लोभ, मोह, माया ये सभ चीजो से लगाव हे वाही तो है। और इस सबमे सबसे ज्यादा अगर कोई चीज़ हे तो वो काम, लोभ ही है। I can bet आप हररोज न्यूज़ चैनल पे कोई न कोई व्यभिचार की या तो फिर चोरी, लूटपाट की खबरे ज़्यादा ही होंगी। लेकिन अगर हम दिन भर सिर्फ यही सोच करते रहेंगे की, मुझे मेरी life में किसकी partnership होई हे, तो फिर हमारे सामने आती इन सभी बुराई को निडरता के साथ कह सकते है की तू मेरे साथ मेरे पार्टनर के साथ चल, तेरे लिए हमने computer में प्रोग्राम लिखा है। अगर् ego हो तो भगवान् के साथ की partnership का होना चाहिए।
 it will definitely give you, incredible, endless strength to face this kind of bad things which are presents in this modern era of this educated world.